सांसो को महसूस करें स्वसन से जुड़ी कुछ अभ्यास और स्वसन संबंधी कुछ खेलकूद योग...

 सांसो को महसूस करें स्वसन से जुड़ी कुछ अभ्यास और स्वसन संबंधी कुछ खेलकूद योग...

बच्चों अपनी सांसो को महसूस करने के लिए हम अनेक क्रियाएं कर सकते हैं जैसे अपनी हथेली को नाक के पास ले जाओ और अपनी सांसो को महसूस करो देखो कैसे लगता है आप क्या अनुभव करते हैं ।

कोई कोमल पत्ताया स्वच्छ कागज का टुकड़ा ले लो उसे नाक के आगे ले जाकर देखो देखो क्या होता है क्या वह हिलता है ।

हाथ में गुलाब जिंदा आदि फूलों की पंखुड़ियों या सूखी पत्तियों ले लो फूंक मारो देखो क्या होता है ।

" मैं तुम्हारी सांस को महसूस कर सकता हूं आइए चर्चा करते हैं इस विषय पर "

इस चित्र के द्वारा बच्चों के समूह में एक दूसरे की श्वसन क्रिया का बोध कराया जा सकता है सांस लेते हुए क्या हो रहा है सांस छोड़ते हुए क्या हो रहा है ऐसे प्रश्न पूछे जाएं अभ्यास करने पर बच्चे उत्तर देने में समर्थ हो सकते हैं ।

बच्चों को समूह में बिठाए सामान्य स्वसन कराएं इसके बाद गहरा स्वास्थ कराएं यानी धीरे-धीरे लंबी सांस लेना वह सांस छोड़ना सिखाएं ।

इसके बाद अंगुलियों में लॉक बनाकर अपने सामने रखें सांस लेते हुए शरीर को आगे खींचे और सांस छोड़ते हुए हाथों को पहली अवस्था में लाएं ।

फिर हाथों को सिर के ऊपर ले जाएं अब शरीर को बंद कीजिए फिर कुछ देर इसी अवस्था में रहिए स्वास लेते हुए शरीर को ऊपर खींचे स्वास छोड़ते हुए हाथ नीचे लाएं ऐसा बार बार करें ।

स्वसन अभ्यास १

आओ खेलें मिलकर एक अनोखा खेल ।
गोले के चारों ओर चलेगी अपनी रेल ।। 
प्यारे-प्यारे सारे बच्चे सब हैं होशियार ।
सांसो की रेल चलाने को सब है तैयार ।।

आइए करके सीखते हैं ।

  • किसी भी आसन में अथवा कुर्सी पर आराम से बैठ जाएं ।
  • अब अपनी अंगुली को नंबर वन वाले पीर के सिरे पर रखें धीरे-धीरे सांस भरें सांस भरते हुए हाथ को तीर की नोक तक ले जाए ।

  • जैसा की चित्र में दिखाया गया है तीर के तीर के सिरे पर आएं धीरे धीरे सांस छोड़ते हुए हाथ तीर के सिरे तक लाएं ।
  • इस प्रक्रिया को 5 से 10 बार दोहराएं ।

स्वसन अभ्यास २

आओ खेलें मिलकर एक अनोखा खेल ।
वर्ग के चारों ओर चलेगी अपनी रेल ।।
प्यारे-प्यारे सारे बच्चे सब हैं होशियार ।
सांसो की रेल चलाने को सब है तैयार ।।

आइए करके सीखते हैं - 

  • बच्चे नंबर एक वाले पीर के सिरे पर अपनी उंगली रखें अब सांस भरते हुए उंगली आगे किसका ते हुए तीर की नोक तक आए ।
  • ध्यान रहे कि धीरे-धीरे उंगली खिसकने के साथ सांस भरना है ।
  • फिर चित्र के अनुसार वाले सिरे से सांस छोड़ना शुरू करें सांस छोड़ते हुए तीर को तीर की नोक तक आए ।
  • इस तरह तीन नंबर 34 वाले पीर का अनुसरण करते हुए कीजिए सर से वो धीरे धीरे साथ छोड़ दे 
  • इस गतिविधि को 5 से 10 बार दोहराएं
  • शिक्षक इस अभ्यास में गति का विशेष ध्यान दें धीरे-धीरे एवं सामान्य के साथ बच्चों को सांस लेना वह छोड़ना सिखाएं ।

आओ इसके लाभ जाने -

इस अभ्यास से बच्चे सांस लेने और छोड़ने में निश्चित करें एवं समय का प्रयोग करना सीखते हैं उन्हें ऐसा करने में आनंद आता है ।
कक्षा गत ध्यान बढ़ाने के लिए यह रोचक अभ्यास है ।

इस कविता के द्वारा आसानी से पूरक रेचक और कुंभक को सीख सकते हैं ।

जब भरते हैं स्वास्थ्य का लाता है पूरक ।
जब छोड़ते हैं श्वास काल आता है रेचक । ।
जब रोकते हैं स्वास्थ काल आता है कुंभक ।।।



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